इफको फूलपुर की विशेषज्ञ टीम ने किसानों को बतलाये नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के फायदे
नगरा, बलिया।।इंडियन फॉर्मर फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड बलिया के तत्वाधान में नैनो उर्वरक के महत्व एवं उपयोगिता पर आधारित किसान सभा का आयोजन नगरा क्षेत्र के सुल्तानपुर गांव में किया गया। इस किसान सभा का आयोजन सुल्तानपुर निवासी और इफको फूलपुर के मुख्य सुरक्षा अधिकारी कर्नल (सेवानिवृत्त )गोरख सिंह सेंगर ने किया। इस में कोरडेट इफको फूलपुर प्रयागराज से आए कृषि वैज्ञानिकों ने किसानो को नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी के उपयोग से संबंधित जानकारी दी।
किसान सभा को संबोधित करते हुए कोरडेट इफको फूलपुर प्रयागराज के प्राचार्य डॉ हरिचंद्र ने बताया कि नैनो यूरिया एवं डीएपी घुलनशील होता है। यह दानेदार यूरिया के अपेक्षा काफी फायदेमंद होता है तथा दानेदार यूरिया के फसल दक्षता से अधिक नैनो यूरिया की फसल दक्षता है। उन्होंने किसानों को बताया कि नैनो उर्वरक का उपयोग फसल के पत्तों पर होता है। इसके प्रयोग से कोई गैस नहीं निकलती, जिससे वायु प्रदूषण नहीं फैलता। कहा कि लगातार उर्वरकों के प्रयोग से मिट्टी में लाभदायक जीवाणुओं की संख्या कम हो है। मिट्टी का स्ट्रक्चर बदल रहा है। रासायनिक उर्वरकों की निर्भरता से वाटर होल्डिंग की समस्या बढ़ रही है। किन्तु नैनो उर्वरकों के उपयोग से न वाटर होल्डिंग की समस्या आती है और न प्रदूषण फैलता है।
नैनो उर्वरक 90% तक पौधों को प्राप्त हो जाता है। इसका उपयोग करना भी सस्ता है। कहे कि दानेदार यूरिया के उपयोग से कभी कभी फसल समय से पहले भी पक जाती है, जबकि नैनो उर्वरक के प्रयोग से समय पर फसल का पकाव होगा, जो उत्पादन एवं स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी फायदेमंद होता है। प्राचार्य ने किसानो को नैनो यूरिया एवं डीएपी के प्रयोग करने की विधि भी किसानों को बताया। उन्होंने कहा कि सब्जियां की खेती में भी नैनो उर्वरक काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। उन्होंने किसानों से दो साल में एक बार मिट्टी की जांच कराने का भी सुझाव दिया। कृषि वैज्ञानिक राजेश सिंह ने भी किसानों से नैनो उर्वरकों का प्रयोग करने का आह्वान करते हुए कहा कि डीएपी आदि की रॉ मैटेरियल विदेशों से आयात किया जाता है, जिससे वह महंगा साबित हो रहा है जबकि नैनो तरल उर्वरक शुद्ध स्वदेशी है और सस्ता भी है। सभा में आयोजक कोरडेट इफको फूलपुर प्रयागराज के मुख्य सुरक्षा अधिकारी गोरख सिंह सेंगर ने भी अपने विचार रखा। संचालन इफको बलिया के फील्ड अफसर आशीष गुप्ता ने किया। इस मौके पर काफी संख्या में किसान मौजूद रहे।