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बलिया मे जीती गंगा जमुनी तहजीब : हिन्दू मुस्लिम एकता के आगे झुका प्रशासन, मंगलवार को शराब की दुकान होंगी बंद

 





प्रशासन को हनुमान मंदिर के अंदर आत्मदाह करने की चेतावनी

आश्वासन के बाद हटाया गया मंदिर से काला त्रिपाल, लेकिन नही खुला मंदिर का ताला

बलिया।।एक बार फिर बलिया ने साबित किया कि उसको क्यों बागी कहा जाता है। जी हां, बलिया ने एक बार से दिखा दिया कि देश मे चाहे जितना भी धार्मिक उन्माद हो, बलिया मे इसका असर नहीं है। यहां मुसलमान भी खुलेआम जय श्रीराम और जय हनुमान का नारा लगाने से भी नहीं हिचकते हैऔर ज़ब हनुमान मंदिर की पवित्रता पर संकट शराबियों के चलते संकट आया तो हिन्दुओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन की ताकत बन गये। नतीजा यह निकला कि जिला प्रशासन भी बैकफुट पर आ गया। साथ ही यह भी देखने को मिला कि मंदिर की पवित्रता बचाने के आंदोलन मे सभी दलों से जुड़े लोगों ने सहभागिता की।





बता दे कि शहर कोतवाली क्षेत्र के मवेशी अस्पताल रोड पर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर खुली नई शराब की दुकान को हटाने के मामले मे सोमवार को नया मोड़ आ गया है। क्षेत्र वासियों के द्वारा शराब की दुकान का लगातार विरोध जारी है और इस विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी अपना समर्थन दिया।  कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने 17 अप्रैल को इस विरोध में शामिल होने की सूचना दी, जिसके बाद प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे। नतीजन आज सिटी मजिस्ट्रेट, आबकारी अधिकारी नगर , शहर कोतवाल समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और क्षेत्रवासियों से वार्ता कर अगले दिन शराब की दुकान हटाने का लिखित आश्वासन दिया । घुटने पर आये प्रशासन ने क्षेत्रवासियों से तत्काल काला त्रिपाल हटाने की शर्त रखी वही आश्वासन के बाद क्षेत्रवासियों ने भी प्रशासन के सामने अपनी शर्त रखी कि काला त्रिपाल आप के आश्वासन पर हटाया जाएगा लेकिन मंदिर का ताला नही खुलेगा, यह तब खुलेगा ज़ब शराब की दुकान पूरी तरह  से बंद हो जायेगी।वही मौके पर पहुंचे प्रशासन को बड़ी चेतवानी दी कि अगर प्रशासन अपने वादे से मुकरता है तो इसी पंचमुखी हनुमान मंदिर के अंदर हम आत्मदाह करेंगे जिसकी जिम्मेदारी सिटी मजिस्ट्रेट, आबकारी अधिकारी और शहर कोतवाल की होगी। 




आपको बता दे की सिटी मजिस्टेट के आश्वासन के बाद क्षेत्रवासियों ने मंदिर से काला त्रिपाल हटा दिया और जमकर भगवान हनुमान के जयकारे लगाए। इस दौरान प्रशासन से वार्ता कर रहे आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक शराब की दुकान मंदिर के पास से नहीं हटाई जाती है तब तक मंदिर में ताला बंद रहेगा और जिस दिन शराब की दुकान हटाई जाएगी उस दिन क्षेत्रवासी दिवाली मनाएंगे। अन्यथा आगे जो भी होगा उसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे और प्रशासन के फैसले का चेतावनी के साथ स्वागत किया।




बाईट- सागर सिंह, राहुल, समाजसेवी




बाईट- विजय प्रताप सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख, बेलहरी